Nojoto: Largest Storytelling Platform

सुनो ओ ज़िंदगी! मैं तुमसे प्यार की मिन्नते लेकर आया

सुनो ओ ज़िंदगी!
मैं तुमसे प्यार की मिन्नते लेकर आया था,
पर तुम्हें स्वीकार नहीं,
तो जा रहा हूँ बिन कुछ कहे,बिन कुछ सुने,चुप-चाप खामोशी में।। @@rejection of love##@@
सुनो ओ ज़िंदगी!
मैं तुमसे प्यार की मिन्नते लेकर आया था,
पर तुम्हें स्वीकार नहीं,
तो जा रहा हूँ बिन कुछ कहे,बिन कुछ सुने,चुप-चाप खामोशी में।। @@rejection of love##@@