तुझे देखकर आंखों में मेरे, एक अलग से चमक का यू आ जाना! एक परेशान, उदास से चेहरे का , अचानक यू खिल जाना। लिखी गयी है, कुछ खास कहानी तेरी-मेरी, महज संयोग नहीं है, तेरा मुझको मिल जाना। ना जाने तू कब से मेरी, सांसों में बसने लगा है! खबर ही नही हुई तू कबसे, मुझमें धड़कन सा धड़कने लगा है! तेरा मिलना जैसे, हर खुशी को पा जाना, महज संयोग नहीं है, तेरा मुझको मिल जाना। वो तेरा मुझे बिना छुए, मेरी आत्मा तक को छू जाना! बस तेरी एक झलक से मेरी, बेचैनियों को आराम सा मिल जाना। तेरे मिलने का मतलब है ,हर दुआ कुबूल हो जाना, महज संयोग नहीं है, तेरा मुझको मिल जाना। give ur feedbacks and please support me....