निराले हैं.. कभी हंसना है तो कभी रोना है.. कभी रूठना है तो कभी मान जाना है.. कभी जीतना है तो कभी हारना है.. कभी टूटना है तो कभी जुड़ना है.. कभी गिरना है तो कभी संभालना है.. और, आखिर में.. मर जाना है.....! सब रूप ज़िन्दगी के... निराले हैं.. कभी हंसना है तो कभी रोना है.. कभी रूठना है तो कभी मान जाना है.. कभी जीतना है तो कभी हारना है.. कभी टूटना है तो कभी जुड़ना है.. कभी गिरना है तो कभी संभालना है.. और,