हर रात तन्हाई भरी नहीं होती, हर मंजिल हासिल नहीं होती हर ज़हर तीखा नहीं होता क्या हुआ गर शायर हूँ मैं करलो मुहब्बत हमसे हर शायर से मोहब्बत इतनी भी बुरी नहीं होती. ©(A unconfident pen) #AUnconfidentPen #nojohindi Ehsaas"(ˈvamˌpī(ə)r)"Radio @s