वापस लौट आया है हवाओं का रुख मोड़ने वाला दिल में फिर उतर रहा है दिल तोड़ने वाला अपनों के बीच बेगाने हो गए हैं प्यार के लम्हे अनजाने हो गए हैं जहाँ पर फूल खिलते थे कभी आज वहां पर वीरान हो गए हैं जो शख्स तेरे तसव्वुर से हे महक जाये सोचो तुम्हारे दीदार में उसका क्या होगा ©Kshatriya Kuldeep Singh वापस लौट आया है हवाओं का रुख मोड़ने वाला