हर बार के खते तेरे चल हम माफ़ कर डालेगे है शिकायतें एक तरफा ही भले पर मुवाअजा का बंटवारा कर डालेगे बस कर इक बार मोहबब्त किसी से इसी इश्क़ से सारा इंतकाम भर डालेगे हर बार के खते तेरे चल हम माफ़ कर डालेगे खताए