सितम ढाते हुए सोचा करोगे। हमारे साथ तुम ऐसा करोगे। अगूठी तो मुझे लौटा रहे हो अंगूठी के निशां का क्या करोगे ©arvindkuswaha71gmailcom मैंने कहा ठीक तो है यह अनोखा और देशभर में तुम्हारे साथ हैं