isko bhi dukh hai इसको कहीं देखा है कहां देखा है याद आ गया चोर बाजार मैं मंदिर से चुराए हुए घंटे बेच रहा था देखो देखो आजकल इसकी शक्ल के 12:00 बज रहे हैं घोंचू कहीं का ©Raj Purohit ji #HBDPareshRawal