ऐसी हवा चली की दलालों को वीर कहां जा रहा है आज कल जो चाटुकार है उन्हें देशभक्त कहां जा रहा है हालत देश की कैसी होती जा रही है उन्हें क्या मालूम लोगों में भ्रम फैलाया और उसको राष्ट्रवाद कहां जा रहा है जो सरहदों की हिफाजत के लिए अपनी जान तक दे दी लोग इतने पागल है उनके परिवार को गद्दार कहां जा रहा है भला कैसे देशभक्ति उनको दिखाई जाये अब बताओ कितने कमज़र्फ है अब हमको देशद्रोही कहां जा रहा है हम तो जान हथेली पर रखकर मुल्क की हिफाजत की बुजुर्गों ने देश सेवा की उनसे मुल्क छोड़ देने को कहां जा रहा है हमें गर्व है हिंदूस्तानी होने पर उन्हें अब हम क्या बताएं यकीन है मुझको अब हमको हिन्दुस्तानी मुसलमान कहां जा रहा है ऐसी हवा चली की दलालों को वीर कहां जा रहा है आज कल जो चाटुकार है उन्हें देशभक्त कहां जा रहा है हालत देश की कैसी होती जा रही है उन्हें क्या मालूम लोगों में भ्रम फैलाया और उसको राष्ट्रवाद कहां जा रहा है जो सरहदों की हिफाजत के लिए अपनी जान तक दे दी लोग इतने पागल है उनके परिवार को गद्दार कहां जा रहा है