.दुनियां के शोर में खुद की ख़ामोशी सुन राहा हूं। तेरे मुस्कुराहट की उस खुदा से दुआ कर रहा हूं। मुझे माफ़ करना ये दोस्त तेरी दोस्ती को धीरे धीरे भूल राहा हूं। क्यूंकि की में, ख़्वाबों के अंधेरों में जिंदगी के रोशनी से दूर हो राहा हूं। #Foranurag #freindsforever