मैं रहूँ ना रहूँ तू सलामत रहे है यही आरज़ू ज़िंदा चाहत रहे हम मिले न कभी तो कोई बात ना मेरे होंठों पे तेरी इबादत रहे खुशबू सिंह क्या पता कल रहूँ न रहूँ लेकिन प्यार हमेशा रहेगा