White हर अव्यवस्था और दुर्घटना के लिए सरकार को आड़े हाथ लेना कहाँ तक उचित है?सरकार में भी जनता से ही आए हुए योग्य व जिम्मेदार नागरिक होते हैं वे भरसक व्यवस्थायें बनाने का प्रयास करते हैं शेष जनता की जिम्मेदारी होती है कि वह व्यवस्था के अनुरूप अपना कार्य करे, न कि मनमानी और अपनी सुविधा के अनुरूप. संगम में जाने वाले भक्त अपने स्नान-ध्यान का अपनी सुरक्षा और सरकारी व्यवस्था के अनुसार ध्यान रखते और स्नान करते तो भगदड़ नहीं मचती और न कोई हताहत होता. इतने विशाल पैमाने पर व्यवस्थाएं करना विशाल जीवट का ही कार्य है उसमें सहयोग करना समान्य नागरिक का कर्तव्य है.कमियाँ निकालना और असहयोग करना तो बैरियों का काम है!! ©Anjali Jain #Thinking happy life quotes 05.02.25