सूरज हूं, सूरज की जलती आग हूं। मैं शिव के बदन में लगी राख हूं। ना जाने कितने आग बताने वाले दिये, मैंने एक फूंक से बुझा दिये। देखकर इन बड़ी - बड़ी आंखों से मैंने समंदर सुखा दिये। ©Akshat Mishra #sunrays megha kumari HARSH GUPTA kavita ranjan heartless shadow Sujata jha