दूरियाँ इतनी भी ना बढाओ की गहराई बनती जाए, अपनों से नज़र मिलाने में, नज़रे सरकती जाए, गर रंजिश हैं दिल में कोई तो निकाल फेंक दो उसे, ये जिंदगी है जनाब, इसे शर्तों पर न चलाई जाए!!! फ़िर भी तेरा कोई मस.अला सुलझा न पाऊँ मैं, बस इतना चाहूँगी, नाउम्मीदी ना जताई जाए!!! और जो कर रहे हो वायदा मुझसे इस रोज़, मुझसे ज्यादा कुछ नहीं, फ़क़त वफ़ा निभाई जाए!!! ©Girija Dadhich #जिन्दीगी #vafa