चलिए इश्क़ को इश्क़ सिखाते है।। कुछ पल और इश्क़ संग बिताते हैं।। कुछ बातें तुम कहो, कुछ गीत हम गाते है। इन लवो के मिलने पे, हर एक लम्हा खास बनाते है। आज की रात अंधेरी है, चलो रात रंगीन बनाते है। एक गांठ प्यार की बांध के, प्यारा सा वंधन बनाते है। बहुत हुई बाते मेरी, चलो एक दूसरे में खो जाते है। आज इश्क़ को इश्क़ सिखाते है। कही जिंदगी बेमान न हो जाये। कुछ पल और इश्क़ संग बिताते हैं। बीत गई रात अंधेरी, चलो विराम लगाते है। कभी और इश्क़ को इश्क़ सिखाते है। पुकार रहा है कर्म मेरा। किसी और रोज़ ये पल दोहराते है। इश्क़ को इश्क़ सिखाते है।। कुछ पल इश्क़ संग बिताते हैं।। चलिए इश्क़ को इश्क़ सिखाते है।। कुछ पल और इश्क़ संग बिताते हैं। #kalakaksh2.0 चलिए इश्क़ को इश्क़ सिखाते है।। कुछ पल और इश्क़ संग बिताते हैं।। कुछ बातें तुम कहो, कुछ गीत हम गाते है। इन लवो के मिलने पे,