तेरी आहट आति हैं तो जोरो से धड़कता हैं तेरे लिए पाग्लो कि तरह भटकता हैं कहना चाहता हैं कुछ तुझसे पर होंठों पर आकर झिझक्ता हैं अब तेरे बारे में क्या लिखु लिखने से पहले मेरा पेंन भी अटकता हैं.. Passand Aay To Like Comment Jarur Kare