कल भी फुरसत नहीं मिली उन्हें, फिर यूँ ही खुद को मनाना पड़ा, आज भी दिन सावन का है, कुछ इस तरह खुद को समझाना पड़ा। क्या आज मौसम साफ़ होगा?