ये वक़्त हम ज़रा सा जी भी लेते फ़ना थे पहले से ज़रा थोड़ा रूह उन्हीं के जाम का आज हम ये पी भी लेते। देख कर उनका ये चेहरा लाज और शर्म हम ही होलिए होते यूँ बेखबर देखकर उन्हें ख़ाहिशों की किताब में कुछ शब्द उनके हुस्न के पिरो तब लिए ही होते हैं शक्शियत वो कितने भले मिल के हम खुद ही गुमशुदा कभी के हो लिये होते। तुम्हें एक नज़र देख लिए होते बस एक नज़र भर देख लिए होते।💘❤️ तुम्हें इक नज़र देख लेते... #तुम्हेंदेखलेते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi