मिट्टी का इंसान मिट्टी का इंसान देखो फूला नहीं समाता है धन, दौलत के नशे में चूर सबको आँख दिखाता है, लगी ठेस तो निकलकर उड़ जायेंगे प्राण पखेरु, मिल जाएगा माटी में फिर क्यों इतना इतराता है। ©कुमार रंजीत #मिट्टी का इंसान #solace सत्य