रेगिस्तान की तपती धूप में भी इश्क उस आसमां पर होता है, मोहब्बत के इक कतरे से भी यहां गुलिस्तां बस्ता है, हिसाब के थोड़े कच्चे थे इसीलिए कारोबार का तो पता नहीं, पहली नज़र में तुझसे जो इश्क किया हमने, उसके बाद तो खुदा भी नज़र नही आया हमें।। #brokenheart #dilseshayari #myownmusings