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कुछ अनकहे से ख्वाब छलक उठे उसकी आँखें से जब जिक्र

कुछ अनकहे से ख्वाब छलक उठे उसकी आँखें से 
जब जिक्र हुआ चंद सपनो का घर के आँगन में।। 

"त्याग की मूर्ति हैं जो 
ममता का सरोवर 
उस नारी को नमन"  

HAPPY WOMAN'S DAY #sapne #Woman #Poem #kavita
कुछ अनकहे से ख्वाब छलक उठे उसकी आँखें से 
जब जिक्र हुआ चंद सपनो का घर के आँगन में।। 

"त्याग की मूर्ति हैं जो 
ममता का सरोवर 
उस नारी को नमन"  

HAPPY WOMAN'S DAY #sapne #Woman #Poem #kavita
priyakumari9475

Priya Kumari

New Creator