कुछ अनकहे से ख्वाब छलक उठे उसकी आँखें से जब जिक्र हुआ चंद सपनो का घर के आँगन में।। "त्याग की मूर्ति हैं जो ममता का सरोवर उस नारी को नमन" HAPPY WOMAN'S DAY #sapne #Woman #Poem #kavita