#5LinePoetry हर पाँच वर्षो में चुनाव दोहराए जाते है यूं ही हर बार आवाम को छलाए जाते है भर लेते है तिज़ोरी अपनी सरकारी ख़ज़ानों से झूठे दिलासों से आवाम को बरगलाए जाते है भूपेंद्र रावत 18।05।2021 ©Bhupendra Rawat हर पाँच वर्षो में चुनाव दोहराए जाते है यूं ही हर बार आवाम को छलाए जाते है भर लेते है तिज़ोरी अपनी सरकारी ख़ज़ानों से झूठे दिलासों से आवाम को बरगलाए जाते है #5linespoetry #5LinePoetry