यूँ तो निशा दमकती है सितारों की रोशनी से पर मेरी रोशनी से जगमगाये वो शाम बाकी है मैं खुद हार जाऊँगी तुझसे ए ज़िंदगी बस कुछ अधूरे काम बाकी है #Dukhi Aatma