ऐ काश कही मैं तेरे पीछे मानूस हो जाँऊ तुम्हे भी हो वही महसूस ऐसा एक लम्हा हो जाँऊ वक्त बेवक्त जो तुम याद आते हो ना इस दिल को देखना कहि तुम्हारी याद में ना कहि खो जाँऊ गौरतलब तुम नही फरमाते कोई शौक इश्क़ का हमसे ये एक तरफा सी शहादत में कहि शाहिद ना हो जाँऊ #Neerajjangra #HumAndNature #PoetryOnline #dilbechara #chandsebatein #Love #ishq #Love_a_mental_disease