Nojoto: Largest Storytelling Platform

धीरे धीरे नसों में घुलती है मोहब्बत फिर कुछ ही पलो

धीरे धीरे नसों में घुलती है मोहब्बत
फिर कुछ ही पलों में सिर चढ़ती है मोहब्बत
बेकाबू करके जज़्बात सारा
फिर हल्की-हल्की आंखों में झलकती है मोहब्बत
लब गुनगुना लगता है,फिर लड़खड़ाने लगता है
और फिर एक दिन.....
दर्द बनकर आंखो से झलकती है मोहब्बत

©dev
  #hibiscussabdariffa #Love #Definition
dev8032424118781

bird's

New Creator
streak icon9