ख्वाब आँखों में झूठे बसाते कब तक, हम अंधेरो से यूँ नहाते कब तक... उनसे देखी न गयी सब्र-ऐ -दिल की हालत आखिर वो हमें आज़माते कब तक... वक़्त ने सीखा दिया है, बचने का हुनर वो गड्ढो पर चादर बिछाते कब तक.. तेरी याद.में बेगाने हो जाते है अक्सर दरिया आँखों का आखिर बहाते कब तक... एक दिल है, और गम के तूफान हजार दिए उम्मीदों के हम भी जलाते कब तक.... #gif झूठी आस लगाते कब तक.... #nojoto #nojotohindi #nojotofamily #gazal #poetry #ankhen #dil #love #life #feelings #emotions #quotes