ईद के मौके पर शौहर के काम पर जाने से पहले बीवी ने कुछ पैसे माँगें दरगाह में चादर चढ़ाने के लिए बीवी भी काम खत्म कर बस निकल ही रही थी कि पीछे से तुतलाती आवाज़ आयी अम्मी आज ईद है मेरी ईदी कहाँ है अम्मी ने गहरी साँस भरी और मुस्कुराई शौहर से लिये पैसे बेटी के हाथ में थमाई और बेटी को खुशी से झूमते हुए देख बोली अल्लाह!! ईद मुबारक हो तेरी नाम की चादर बेटी को ओढा रही हूँ। #eid #eidmubarak kahani eid ki