हाथरस कांड सुनो दरिंदो नरभक्षी तुम, आह तुम्हे न लगती है हवस बनाकर जीवन लूटा, लज्जा भी न लगती है वो भी बेटी किसी आंगन की, वो आंगन आज हुआ सूना मानवता ताख रखी तूने, किया शर्मशार ये कृत्य घिनौना चौदह दिन तक जंग लड़ी वो, ये जंग भी आज वो हार गयी वो भाव वेदना साथ लिए, ईश्वर के शरण सिधार गयी ✍️✍️संदीप जायसवाल जरवल क़स्बा बहराइच(उ.प्र.) 9451293815 हाथरस कांड #Stoprape