अख़बार पढ़ता है आज कल अखबार, दूसरों के घर में ऊंची आवाज से वो जो उसके घर के मसले, अखबार में नहीं आते मोहब्बत बिकी है उसकी भी, किसी अखबार की तरह मगर अखबार के मसले, अखबार में नहीं आते ©sujeet dwivedi(logic) #IndianNewspaperDay