I really hate 16 December 2012 को हुआ निर्भया आज भी ज़िन्दा है, लूटी थी इज्जत जब उस बेटी की, पूरे देश मैं गुस्से का उबाल था, बेटियों की इज्जत बचाने के खातिर, सियासत क्यों मोन हो जाती है, कुछ शर्म से नहीं कहती, कुछ चार दीवारी मै घुट कर रहे जाती है, निर्भया ना हो जाए इसलिए बेटियाँ कोक मैं मार दी जाती है..! I hate 16 Dec 2012