देख कर तसवीर तेरी मुझको नींद नहीं अब आती है, तेरी यादें अक्सर मुझको सता सता सी जाती है, भूलना चाह कर भी तुझे भुला नहीं अब पता हूं, क्यों आंसू बनकर तू मेरी आंखों से निकल आती है ।। ©Bhupendra Deep #udas