दुःख ढूंढा हर जगह,पर कहीं न दिखी, भागा हर तरफ,पर कहीं नहीं न दिल्ली, मैं तो यह भी नहीं जानता,कैसी दिखती है, खुशी, कैसी है, आवाज उसकी, क्या मिजाज ये रखती है, क्यों हर कोई है पागल इसको पाने को, क्यों है पागल हर कोई इसके पीछे, भूल जाते है अक्सर लोग, अपनो को इसके मिल जाने पर, अपनी को छोड़ो भूल जाते है नादान भगवान को भी, दो पल खुसी के मिल जाने पर, तो क्यों ना दुःख को ही गले से लगाए,जो सच्चा साथी है, हर इंसान का, होने पर इसके,हम याद करते अपने हर करीबी को, होने पर इसके,हम याद करते है भगवान को भी पूरी श्रृाधा से, देखो है ना दुःख ही सच्चा साथी, क्योंकी,होने पर इसके हमें याद आती है, अपनी हर छोटी- छोटी गलती, जो कि हमने खुसी के आगोश में, दुःख ही सच्चा साथी है, इसके होने पर, हम एक कोशिश तो करते है, सुधरने की ।। #poen #lines #poetry #mylines #sarrow #sadlines #motivation #spiritual #pessimist Suman Zaniyan