वासना में गिरने की क्या हद? हम क्या जानवर आदमकद? पढ़े-लिखे होने का क्या फायदा? प्रतिशोधक परवरिश बेकायदा। पर उपदेशक बहुतेरे बैठे मंडी में, हमारी गिनती क्या नहीं शीखंडी में? सामूहिक व्यभिचार खुलेआम दंदफंद, खुलेआम हो न्याय भी न कि कमरे बंद! #चौराहे_पे_फाँसी ©RAVINANDAN Tiwari #Stoprape #चौराहे_पे_फाँसी