धरती-अंबर और गगन में खुशियों की लहर छाई है महादेव संग माँ पार्वती के मिलन की शुभ घड़ी आई है नाच रहे हैं नर और नारी भूतों की टोली भी साथ आई है साक्षात् सृष्टि के अधिपति की संपूर्ण होने की बारी आई है प्रियतम ★ आज का विषय - "मिलन की बेला" ★ चार पंक्तियों में रचना कीजिये एवं तस्वीर के सम्मुख ही लिखने का प्रयास करें, . ( विनम्र निवेदन सभी मित्रों से After collaboration, कोलाब का option बन्द कर दें। ) . ★ Font :- Eczar