कितना मासूम रंगीन है ये समां हुस्न और इश्क़ की आज मेराज है कल की किसको ख़बर जान-ए-जाँ रोक लो आज की रात को आज जाने की ज़िद न करो................ ©Srijit Srivastava #31december