याद है पहली रोज कहा था। बिछड़ गए तो मौज उड़ाना। वापस मेरे पास ना आना। ज़ब कोई जा कर वापस आए। रोए, तरपे या पछताए 😐 मैं फिर उसको मिलता नहीं हूँ। साथ दोबारा चलता नहीं हूँ। गुम जाता हूँ, खो जाता हूँ, मैं पत्थर का हो जाता हूँ।।🙏😊 ©Anurag #anurag