अल्हड़ सा मैं, अख्तर सी वो.. पता नही कब, प्रेम हुआ हम दोनों को!! #अल्हड़ - उन्मुक्त, नियंत्रण विहीन #अख्तर - तारों के समान चमकती हुई . प्रेम,, 😍🐣 वो एहसास जो सारे बंधनों से परे होता है,,वो कभी भी किसीभी उम्र में हो सकता है,,दुनियादारी देखोगे तो प्रेम से विमुख होना पड़ेगा, इसलिए करो वही जो दिल को भाए 🤗💖 #राधे_कृष्णा #प्रेम #वो_और_मैं #कोराकाग़ज़ #mukultiwari #love