Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# मुझे रोते देख हसं देता है। मेरी मुस्कुरा हट में दर्द पहचा ने वाला। सीने में दर्द देता है, सीने से लगने वाला। आंखो की नमी को पहचान लेता आज अश्क वहीं देता। एक दिन रह ना पता वहीं आज खो गया है । एक दिन बात ना हो तो दिन नहीं गुजरता था आज बरस हो चले कोई फर्क नहीं पड़ता। देख उनका सबब है। आज वही वहीं है । ना हम हम है ना तुम तुम हो। बस ये खामोशी है। #यादें #यादहैतुमको #रिस्ते_और_रास्ते #yqdidi #yqhindi Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# मुझे रोते देख हसं देता है। मेरी मुस्कुरा हट में दर्द पहचा ने वाला। सीने में दर्द देता है, सीने से लगने वाला।