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बात दिल की.... कुछ बातें दिल में अटकी हैं...

बात दिल की....




कुछ बातें दिल में अटकी हैं...  कुछ यादें पल - पल चुभती हैं...
देखे थे मैंने कुछ सपने...          करने हैं उनको भी अपने...
माना अब तक अंजान था मैं...  अपनों के लिए मेहमान था मैं...
छूटा हुआ एक मुकाम हूं मैं...    फिर भी मां के लिए शान  हूं मैं...
देखे हैं ऐसे कुछ अपने....         जो करने हैं खुद ही सच्चे...
इक वो दिन भी मैं लाऊंगा...     सफलता की ध्वजा फहराऊंगा...

©Tk_says
  #बात_दिल_की