कभी आंकी जाती है वो खूबसूरती से तो कभी ताकत से दुनिया ने कभी समझा ही नहीं उन्हें इंसानियत से वो पहेली है एक अनसुलझी गुत्थी कैसे देख पाओगे जब तक बंद है दिल की मुट्ठी बढ़ोगे कभी आगे जरूरत से तब तो जानोगे इंसान है खूबसूरत वो कुदरत से तारीफ के काबिल हैं पर कहाॅं उन्हें हासिल है शिकन चेहरे पर कभी देख नहीं पाओगे ग़म छुपाने में इतनी वो माहिर हैं कोशिश थी कि बताऊं कुछ दुनियां को पर यहां तो सब जग जाहिर है ©Kundan Victorita #WForWriters #KundanVictorita #KundanVictory #Women #womensday #standAlone