आप चाहें कि या न चाहें मुझे! दिल ❤️ में थोड़ी सी बस जगह दें मुझे! जी, जनाब,आप! ये तकल्लुफ़ क्यूं! आप भी नाम से पुकारें मुझे। मैं तो बस ख़ाक हूं मुझे छूकर, अपनी मर्ज़ी से कुछ बना दें मुझे। यूं तो मुमकिन है भूल जाना पर ये मुनासिब नहीं भुला दें मुझे। लड़खड़ाऊं मैं रहगुज़र पे कभी, चाहता हूं कि आप थामें मुझे। अब संभलता नहीं ये दिल मुझसे, आप आकर के बस संभालें मुझे। #yqaliem #naam #takalluf #ji_janaab_aap #dil #yqurdu #yqurduhindipoetry #khak