आसमान के तारों को बटोरती है वो उसके बाद कहीं जाकर चक्की में उनको पिसती है, वो जो रोटी है न, चाँद के रूप में उसकी मेहनत को देखकर खुद गोल हो जाता है.... --YASHVARDHAN #अम्मा_के_लिए 💞