ख़ुशियों भरे कल का आभास हो तुम। दिल वृन्दावन और उसमें रास हो तुम। बंसी की धुन बजती जो राधा के लिए! वो कृष्ण के इश्क़ की मिठास हो तुम। मैं पनघट पे मिलने तुमसे रोज़ आता! ख़ाली घट में जल का एहसास हो तुम। हरइक नाते में तुमको बढ़कर पाया है। मेरे लिए सचमुच बड़ी ख़ास हो तुम।— % & ♥️ Challenge-839 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Chocolate Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।