तुम्हारे पहले किसी ने यूं चाहा नही है मुझे कि आंख खुलते ही मुझे उनकी याद आए।। काफी बरस हुए, मां के अलावा भी मैंने सुबह ढूंढ़ा नही है थोड़े से दुलार के लिए।। सुनो,काफी खास हो तुम मेरे लिए कि तुमसे पहले किसी ने चुमा नहीं है होंठों को मेरे।। जो कहते हैं कि आदत बुरी हो तुम मेरी शायद उसे चाय सी मोहब्बत हुई नही है किसी से।। ❤️☕😍 ©$Mahi..🙂 मैं अपनी और से छोटी सी कोशिश करती हूं बताने कि मीरी मोहब्बत कैसी है चाय प्रति_ तुम्हारे पहले किसी ने यूं चाहा नही है मुझे कि आंख खुलते ही मुझे उनकी याद आए।। काफी बरस हुए, मां के अलावा भी मैंने सुबह ढूंढ़ा नही है थोड़े से दुलार के लिए।।