मुझे गर ढूंढ़ पाए आप तो खोना चाहती हूँ मिले काँधा गर आप का तो, रोना चाहती हूँ अरसे की थकी, सिहरी हैं ये, रूह मेरी आप की गोद मे सिर रख कर बेख़ौफ़ सोना चाहती हूँ मुझे डर हैं नज़रे खुली तो ये ख़्वाब टूट जाएगा भरोसा आप दे पाए तो इन्हें हक़ीक़त में पिरोना चाहती हूँ #पगली लड़की की क़लम से #उफ्फ मेरे महँगे महँगे ख़्वाब #हाय , ये मेरा मासूम सा मन ©ashita pandey बेबाक़ #Dosti