2020 बीत रहा.... महज कुछ ही दिन शेष है। 2021 आ रहा नयी उत्साह... नया उमंग और नयी जोश के साथ हम सब तैयारी कर रहे हैं नये वर्ष के स्वागत करने की।। बस प्रभु से यही दुआ है कि 2020 जैसा आफ़त, महामारी से छुटकारा भी इसी वर्ष मे ही दिला दे। यह वर्ष खट्टे- मिठ्ठे एहसासो के साथ गुजरे कुछ दिया तो कुछ छीन लिया नये तरीके से जिंदगी जीने का तजुर्बा सिखा दिया। क्वारंटाइन , सैनेटाइजर , मास्क, वेंटिलेटर आदि शब्दों को रोज़मर्रा जिंदगी में जोड़ दिया। हर क्षण , हर पल कुछ न कुछ नया तजुर्बा सिखा दिया।। कुछ ऐसे दहशतो में बीता यह साल की गली में बच्चों की जगह सन्नाटा दिखा इंसान इंसान से ही दूर भागते रहे कितनों के काम धंधे छूटे तो कितनों ने इस दुनिया को अलविदा कह गये भगवान जैसे डॉक्टर नज़र आये ख़ुद की जिंदगी जोख़िम में डालकर दूसरों की मदद करते रहे। इस पल को भूला जाये या यादों में पिरोया जाये।। पूरी दुनिया दहशतों से गुजरीं अर्थव्यवस्था डगमगा गयी स्कूलों में पसरा सन्नाटा बच्चों की भविष्य दांव पर हर पल भय से गुजरा कहीं से आना हुआ तो तुरंत ही बाहर नहाना हुआ।। अब वैक्सीन आ गया बस अब यही उम्मीद है कि इस जंग से हम अवश्य जीतेंगे कोरोना जैसी महामारी को हम हरायेंगे। और हाँ...... अलविदा 2020 के साथ अलविदा कोरोना भी कहेंगे।। ©Shreya_Chaturvedi_writes 2020 बीत रहा.... महज कुछ ही दिन शेष है। 2021 आ रहा नयी उत्साह... नया उमंग और नयी जोश के साथ हम सब तैयारी कर रहे हैं नये वर्ष के स्वागत करने की।। बस प्रभु से यही दुआ है कि