तोड़ा था मुझे डाली से अपनी मोहब्बत का वास्ता दे कर। कुर्बान हो गए थे इश्क का रास्ता देख कर। ना तुम्हारा इश्क ना वास्ता सच्चा था, खिलने भी नही दिया.. अभी तो मैं फूल कच्चा था। आज किसी और कल किसी और पर तेरा दिल आता है। तेरे झूठे प्यार के चलते रोज एक फूल अपनी जान से जाता है। ए फूल फूल मंडराने वाले भवरों, कुछ तो शर्म करो। पाक इश्क का वास्ता दे कर, हमारी कुर्बानी मत शर्मशार करो। ©Vasudha Uttam #Rose #Nojoto #Nojotonews #nojotoenglish #nojotohindi Thank you Bobby sir, मेरी पहली रचना पसंद कर के पार्ट 2 लिखने के लिए नया नज़रिया दिया। मैंने एक अलग perspective से गुलाब का दर्द लिखा है, उम्मीद करती हूं आपकी उम्मीद पर खरा उतर पाऊं। Thanks for Your Motivation