आज देश का गौरव बनकर , देखो नीरज आया है। मॉं भारती के मस्तक आज, नीरज , तिलक लगाया है।। हरियाणा का छोरा देखो, मॉं का कर्ज चुकाया है। भारत मॉं का आज लाल यह,सब को सीख सिखाया है।। विभा सिंह नागौद। ©kavitri vibha prabhuraj singh #मन के भाव #अपनी कविता #विभा सिंह #neerajchopra