तेरी जुल्फ का ही साया है तेरी आंखें नखलिसतान है तेरे लबों कि ही प्यास है इस धूप के सफ़र में बस तेरी ही आस है इस धूप के सफ़र में, जब दूर दूर तक कोई पेड़ न ही साया हो, ऐसे में एक चीज़ बहुत याद आती है?.... #धूपकासफ़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi नखलिस्तान = oasis