स्त्री की पीड़ा........... : #शैलजा पाठक आपको जब भी पढ़ता हूँ ! स्तब्ध रह जाता हूँ ! संघर्ष कर रही मेरी मातृ शक्ति को प्रणाम ! : यह पोस्ट डालने का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि ये भी एक चिंतनीय विषय है । :💕🙅 हमारी गिनती औरतों में करें..... देह का व्यापार हो गलियों की मद्धिम बत्ती में हो रही हो खरीद फरोख्त घर का बिस्तर हो रसोई के धुवें में जलाई जा रही हो देह जात और धर्म की बात न करें